नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले की भ्रामक रिपोर्टिंग को लेकर भारत सरकार ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की। सरकार ने 17 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स पर बैन लगा दिया है। बैन किए गए चैनलों में पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर का चैनल, डॉन न्यूज, समा टीवी, आर्य न्यूज टीवी और जिओ न्यूज जैसे बड़े नाम शामिल हैं। सरकार का आरोप है कि ये चैनल्स भारत और उसकी सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें फैला रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद की गई। इसके साथ ही सरकार ने ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) को भी चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, पहलगाम हमले की रिपोर्टिंग के दौरान BBC ने आतंकियों को ‘उग्रवादी’ शब्द से संबोधित किया था, जिसे भारत सरकार ने गंभीरता से लिया।
संसद और सुरक्षा एजेंसियों की हलचल
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार को एक विशेष सत्र बुलाया गया, जिसमें पहलगाम हमले में मारे गए टूरिस्टों को श्रद्धांजलि दी गई।
इधर, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच इस मुद्दे पर एक अहम बैठक हुई। करीब 40 मिनट तक चली इस बैठक में रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री को पहलगाम हमले की विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा दोपहर 3 बजे से रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक भी बुलाई गई है।
आतंकियों के ठिकानों पर NIA और पुलिस का शिकंजा
हमले के बाद जांच एजेंसियों ने भी तेजी दिखाई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने राज्य के 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के मुताबिक, ये रेड उन आतंकियों के ठिकानों पर की गई हैं, जिनके कनेक्शन पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) से जुड़े हुए हैं और जो पहलगाम हमले में शामिल हो सकते हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच के दौरान कई अहम सुराग जुटाए हैं। सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने हमले से पहले इलाके की रेकी के लिए चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं, एजेंसियों को शक है कि हथियारों की सप्लाई में भी इन्हीं ड्रोन्स का सहारा लिया गया।
चाइनीज ड्रोन से रेकी और हथियार सप्लाई की आशंका
बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल को हुए इस हमले में बैसरन घाटी में 26 टूरिस्टों की जान चली गई थी। हमले के बाद आतंकियों के पुलवामा या अनंतनाग की तरफ भागने की संभावना जताई जा रही है। इन इलाकों में हमले के तुरंत बाद संदिग्ध हलचल देखी गई थी।
अब तक जम्मू-कश्मीर में 10 आतंकवादियों के घरों को विस्फोट कर ध्वस्त किया जा चुका है। सुरक्षा एजेंसियां इन सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही हैं।
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