Video: बीजेपी वसुंधरा गुट के नेताओं समेत इन 100 के टिकट कटेंगे



भाजपा ने गुजरात में अपनी सरकार रिपीट कराने के लिए बड़े पैमाने पर टिकट काट दिए थे। पिछली बार चुनाव हुए तब तक भाजपा सरकार गुजरात में 27 साल से सत्ता में थी, इसकी वजह से पार्टी के खिलाफ एंटी इंकंबेंसी होने का जबरदस्त खतरा था। इससे बचने के लिए पार्टी ने उन नेताओं को मैदान से बाहर कर लिया, जो तीन या चार बार चुनाव जीत रहे थे। साथ ही जिनकी उम्र 70 साल को क्रॉस कर रही थी, उनको भी टिकट नहीं दिए गये। पार्टी ने करीब 100 नेताओं के टिकट काटकर को घर बिठा दिया। 

इन नेताओं में पूर्व सीएम विजय रुपाणी से लेकर डिप्टी सीएम नितिन पटेल भी शामिल थे। साथ ही कई मौजूदा मंत्री भी थे। नतीजा यह हुआ कि जिस गुजरात में भाजपा मोदी के होते हुए 127 सीटों से आगे नहीं बढ़ पाई थी, वहां पर मोदी के बिना भी 182 में से 156 सीटें जीतकर इतिहास बनाने में कामयाब हो गई। इससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी इतनी सीटों पर नहीं जीत पाई थी।

भाजपा अब गुजरात वाले उसी टिकट फॉर्मूले को राजस्थान और मध्य प्रदेश में लागू करने जा रही है। पार्टी ने तय किया है कि राज्य की 200 में से करीब 100, यानी आधी सीटों पर उम्मीदवार बदले जाएंगे। इस लिस्ट में उन नेताओं के टिकट कट जाएंगे, जो कई बार से लगातार विधायक बन रहे हैं या फिर इनकी उम्र 70 साल से उपर हो चुकी है, किंतु भी खास करिश्मा नहीं कर पा रहे हैं। 

पार्टी सूत्रों का दावा है कि केंद्रीय स्तर पर ऐसे नेताओं की सूची बनाई जा चुकी है। इनमें से अधिकांश का टिकट कटना भी तय हो चुका है, केवल विशेष परिस्थिति में ही किसी नेताओं को फिर से उम्मीदवार बनाया जाएगा। हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि वो विशेष परिस्थिति क्या होगी, लेकिन माना जा रहा है कि कहीं पर जातिगत आधार, जनाधार या पार्टी के लिए जरूरी अनुभव की जरुरत के हिसाब से कुछ नेताओं को ​इस श्रेणी से बाहर रखा जाएगा। 

जिन नेताओं के टिकट कटेंगे, उनमें अधिकांश वसुंधरा राजे कैंप के माने जा रहे हैं। ये नेता पूर्व मंत्री या विधायक हैं और कई बरसों से जीत रहे हैं, या फिर एक बार जीतकर दुबारा हार जाते हैं। जब बीजेपी की सत्ता नहीं होती है तो ये नेता चुनाव हार जाते हैं और जब भाजपा की सत्ता आती है तो जीतकर मंत्री बन जाते हैं। 

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