मोदी सरकार ने हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाईयों की भारतीय नागरिकता को लेकर लिया ऐतिहासिक फैसला: डॉ. सतीश पूनियां

Siyasi bharat: पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आकर पाली, जालोर, सिरोही, उदयपुर और बाड़मेर  में निवास कर रहे लोग भी मातृभूमि में इज्जत व सम्मान के साथ रह सकेंगे: डॉ. पूनियां

पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय हिंदू, सिख, जैन इत्यादि अब भारत के निवासी हो सकेंगे: डॉ. पूनियां 

जयपुर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी गई अधिसूचना से अब पड़ोसी देशों में रहने वाले अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता मिल सकेगी। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार एवं अभिनंदन जताते हुये कहा कि, केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई धर्मावलंबियों की भारतीय नागरिकता को लेकर ऐतिहासिक फैसला लिया है।
डॉ. पूनियां ने कहा कि, नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 16 के अंतर्गत  भारत की मोदी सरकार ने राजपत्र के जरिये यह अधिसूचना जारी की है कि, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी, इसाई इत्यादि अब भारत के निवासी हो सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि, इस बार नये संशोधन में मोदी सरकार ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आकर पाली, जालोर, सिरोही, उदयपुर और बाड़मेर में निवास कर रहे लोगों को भी यह सहूलियत दी है, इससे राजस्थान के ऐसे नागरिकों को बड़ा लाभ मिलेगा और वे अपनी मातृभूमि में इज्जत व सम्मान के साथ रह सकेंगे। इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून में संशोधन करते हुये जयपुर, जोधपुर और जैसलमेर के नागरिकों को पहले से ही यह सुविधा दी जा चुकी है।

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