राजधानी जयपुर की सड़कों पर दिखा दृश्य गहलोत सरकार के तुष्टिकरण का बड़ा प्रमाण है: डॉ. पूनियां

Siyasi bharat: कोरोना एडवाइजरी की सबसे ज्यादा धज्जियां अशोक गहलोत सरकार एवं कांग्रेस पार्टी के नुमाइंदों ने उड़ाई: डॉ. सतीश पूनियां 

 राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में कोरोनाकाल में एक जनाजे में उमड़ी भीड़ को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, कोरोना की इस वैश्विक महामारी में बचाव के लिये गाइडलाइन का पालन करते हुये मास्क, सैनिटाइज व सोशल डिस्टेंसिंग पर सभी को विशेष ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन कोरोना एडवाइजरी की अशोक गहलोत की सरकार व उनकी पार्टी के नुमाइंदों ने सबसे ज्यादा धज्जियां उड़ाई।

डॉ. पूनियां ने कहा कि, जयपुर की सड़कों पर जनाजे में हजारों लोगों के हुजूम का जो दृश्य दिखा, वो पहला मसला नहीं था, इससे पहले कांग्रेस के जिम्मेदार लोगों में से एक मंत्री के पिताजी के जनाजे में इसी तरह से लोग इकट्ठे हुये, कल जो जयपुर में हुआ।

ऐसी अनकों घटनायें कांग्रेस के लोगों की उपस्थित में हुई हैं, बहुत बार देखा कि इनके जिम्मेदार लोग बिना मास्क के शादियों में शिरकत करते हैं और इस वजह से संक्रमण भी बड़ी तादात में फैला, जिसको गहलोत सरकार रोकने में विफल रही।

डॉ. पूनियां का कहना है कि, लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार केवल प्रयोग करती रही, लम्बे लम्बे नाम रखती गई, लेकिन उसकी अनुपालना सख्ती से नहीं हुई, जब सरकार का इकबाल खत्म होता है, मुखिया जब निरपेक्ष नहीं होता है तो इस तरीके की घटनायें होती हैं।

जयपुर की घटना भी सरकार के तुष्टिकरण का बड़ा प्रमाण है, क्योंकि बसेडी में पूर्व विधायक सुखराम कोली ने सुंदरकाण्ड का पाठ अपने घर पर किया तो उन्हें गिरफ्तार किया गया और दूसरी तरफ मंत्री सालेह मोहम्मद के पिता के जनाजे में लोगों की भीड़ थी, लेकिन उन पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, कुछ एफआईआर करके लीपापोती करने की कोशिश हुई, गहलोत सरकार में ईमान होता तो शायद ये नहीं होता।

उन्होंने कहा कि, जयपुर में उमड़ी भीड़ की घटना कोरोना के कुप्रबंधन के प्रति सरकार के नजरिये व उदासीनता को दिखाती है।

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